हस्तरेखा देखने के नियम
हर ज्योतिष शिक्षा की तरह हस्त रेखा परिक्षण के लिए भी कुछ नियम हैं । अगर आप किसी
का हाथ देखना या अपना हाथ दिखाना चाहते हैं तो आपको इन बातों का ज्ञान होना ही चाहिए। कुछ अन्य नियम इस प्रकार है:
* सुबह के समय ही हाथ देखना चाहिए.
* सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार हाथ दिखाने वाले जातक कोअधिक खाना खाने के तुरंत बाद या भारी काम करने के बाद हाथ नहीं दिखाना चाहिए क्यूंकि ऐसे समय में हाथों में रक्त का प्रवाह भिन्न हो सकता है जिससे हथेली का रंग देखने में परेशानी आ सकती है।
* ठंडे दिमाग और शांत चित्त होकर ही हाथ दिखाना चाहिए।
* सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार पुरुष के दाएं यानि सीधे हाथ
और महिलाओं के बाएं यानि उलटे हाथ को देख भविष्यवाणी
करने की सलाह देते हैं।
* दोपहर या रात्रि के समय हस्तरेखाओं का आंकलन करना
वर्जित है। सबसे पहले मणिबंध फिर दोनों हाथों को जांचने के
बाद ही भविष्यकथन की शुरुआत करनी चाहिए आदि।
नोट: आस्था और अंधविश्वास के बीच बेहद महीन रेखा होती है
जिसे कतई पार ना करें। हस्त ज्योतिष या हस्त विज्ञान
(Palmistry in Hindi) को अभी तक विज्ञान की कसौटी पर
पूर्णत: खरा नहीं बताया गया है। धूर्त पंडितों और झोला छाप
ज्योतिषियों से सावधान रहें। याद रखें कि कर्म ही प्रधान है,
कर्म ही भूत है कर्म ही भविष्य और कर्म से ही आपका वर्तमान
बन रहा है, कर्म पर ध्यान दें सब सही होगा।
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